5 Simple Statements About हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे Explained



हल्दी और हींग को बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लीजिए फिर इसमें थोड़ा पानी मिलाकर गोलियां बना लीजिए ।

हमारे रक्त में मौजूद गन्दगी के कारण ही हमें अनेक प्रकार की त्वचा की समस्याएं, बीमारियाँ आदि झेलनी ओअद्ती हैं। हल्दी में इस गन्दगी को साफ़ करके रक्त को शुद्ध बनाने का गुण होता है जिससे हमारी कई समस्याएं दूर हो जाती हैं क्योंकि यदि हमारा रक्त स्वच्छ रहता है, तो हमारा स्वास्थ्य स्वयं ही स्वस्थ हो जाता है।

ये विशेष रूप से उन बच्चों के लिए उपयोगी है जिनको न सिर्फ जुखाम, खांसी होता है अपितु फ्लू और चिकनपॉक्स जैसी बीमारियों का भी सामना करना पड़ता है। यह बच्चे स्कूल में ही मीसल्स जैसी घातक बिमारियों का शिकार हो जाते हैं इसलिए इनको हल्दी दूध देने से ये ऐसे संक्रमणों से दूर रहते हैं।

अगर आपको छोटी मोटी चोट लग गई है तो उस जगह पर तुरंत हल्दी लगा ले। इससे चोट पर बहने वाला खून रुक जाता है और घाव भी जल्दी ठीक हो जाता है। हल्दी में घाव को जल्दी भरने के गुण होते है। यह चोट की जलन और दर्द को भी कम करने में मददगार है।

कच्ची हल्दी को गैस पर जलाकर कोयले की तरह बना लीजिए फिर इसको पीसकर इसमें समान मात्रा में अजवायन मिलाकर इससे रोज़ाना सुबह मंजन करें।

छोटा-मोटा अपराध अगर संगठित अपराध बन जाए तो यह गंभीर समस्या हो जाती है, है न? हर शहर में हर कहीं छोटे-मोटे अपराधी होते हैं। वे यहां-वहां लोगों की जेब काटेंगे, यह कोई समस्या की बात नहीं है। लेकिन अगर पचास जेबकतरे एक शहर में संगठित हो जाएं, तो अचानक शहर का सारा माहौल बदल जाएगा। ये पचास लोग साथ मिलकर ऐसी चीजें कर सकते हैं कि आपके लिए सड़क पर निकलना खतरनाक हो जाएगा। शरीर में यही सब हो रहा है। कैंसर उत्पन्न करने वाली कोशिकाएं इधर-उधर दौड़ रही हैं। अगर वे अपने आप यूं ही आवारागर्दी करते हैं तो इसमें कोई समस्या नहीं है। अगर वे एक जगह मिलकर हमला करते हैं, तब समस्या है। इसके लिए उन्हें तोड़ते रहना होगा, यहां-वहां कुछ कोशिकाओं को मारना होगा, इससे पहले कि वे संगठित हो पाएं। रोजाना नीम का सेवन यही काम करता है, यह शरीर में कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं को सीमित रखता है, जहां वे शरीर के खिलाफ इकट्ठा नहीं हो पाती। इसलिए नीम का सेवन बहुत महत्वपूर्ण है।

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हल्दी बहुत सी पाचन तंत्र की समस्याओं को ठीक करने में मदद करती है। यही कारण है कि इसे एक महत्वपूर्ण मसाले के रूप में हर घर में उपयोग किया जाता है। यह एक शक्तिशाली एंटीसेप्टिक हैं जो आंत्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और पेट के अल्सर और कोलाइटिस को ठीक करता है। यह बेहतर पाचन में मदद करती है और अल्सर, दस्त, अपच आदि को रोकती है। हल्दी पित्त के प्रवाह को बढ़ाती है, जो वसा पाचन में मदद करता है। भूख और अपचन का इलाज हल्दी वाला दूध पिने से किया जा here सकता है।

आइये जानते हैं कि हल्दी के सेवन से किन रोगों में आराम मिलता है और इसका सेवन किस तरह करना चाहिए।

● अगर आपको पीलिया यानी ज्वाइंडिस हुआ है । या पित्ताशय की पथरी हुई है तो आप हल्दी का सेवन मत कीजिए । इससे आपको तकलीफ होने वाली है ।

यदि आप मौसम बदलने पर जल्दी बिमारियों के घेरे में आ जाते हैं तो आप हल्दी दूध पीने को आदत बना लें। इससे आपको फायदा मिलेगा और बिमारियों से छुटकारा मिलेगा।

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यही कारण बताता है कि क्यों हल्दी का दूध नींद के लिए सादा दूध से ज्यादा लाभकारी है।

हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण हाथ पैरों का दर्द मिटा देते है। कभी कभी हाथ-पैरों में दर्द होने लगता है ऐसा अक्सर ठंड के मौसम में ज्यादा होता है। तो ऐसे में आपको हल्दी का सेवन करना चाहिए आप गर्म दूध में हल्दी मिलाकर भी पी सकते है।

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